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Saturday 25 June 2016

राजनीति से प्रेरित होकर कोटेदार कर रहा है कार्य

कोटेदार की मनमानी से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त
आर.एस. यादव
केराकत, जौनपुर (सं.) 25 जून। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी राशन कार्डों के सत्यापन से लेकर फार्म भरे जाने के बाद भी नयी सूची में हेराफेरी का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे न केवल कार्डधारकों को परेशान होना पड़ जा रहा है, बल्कि गांवों में यह विवाद का कारण भी बन रहा है। मजे की बात है कि तमाम शिकायतों व विवादों के बाद भी न सम्बन्धित महकमा इस पर कड़ा रूख अख्तियार कर पा रहा है और न ही कोटेदारों की मनमानी थम पा रही है।
ऐसा ही एक मामला केराकत तहसील क्षेत्र के तरियारी गांव का बताया जा रहा है जहां के लोगों ने गांव के कोटेदारों की कार्यप्रणाली पर अंगुलियां उठाते हुये उक्त कोटेदार के खिलाफ आवाज बुलंद कर दिया है। उक्त गांव निवासी अजय विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि कोटेदार उन्हें जून माह से राशन देना बंद कर दिया है। पूछे जाने पर कोटेदार ने बताया कि उनका नाम लिस्ट में नहीं है जबकि उन्होंने पूर्व में ही फार्म भर कर जमा किया था तथा उन्हें मई 2016 तक राशन भी मिलता रहा।
उसी गांव प्रेमा देवी, शांति देवी, गंगा प्रसाद विश्वकर्मा, कमला यादव, तहरून्निशा, अनवर, सभाजीत, लालचन्द्र यादव, पीर मोहम्मद आदि ने आरोप कि कोटेदार अपने चहेतों को राशन बांटकर शेष को टरका देता है। कार्ड पर चीनी 3 किलो लिखा जाता है जबकि दिया जाता है मात्र 900 ग्राम। ऐसे में ग्रामीणों के साथ कोटेदार द्वारा न केवल मनमानी की जा रही है, बल्कि दबंगई भी दिखायी जा रही है। लोगों ने आरोप लगाया कि कोटेदार बदले की भावना से पीड़ित होकर गंवई राजनीति का हिस्सा बनकर रह गया है।

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