जौनपुर। छोटे व मझोले समाचार पत्रों की स्थिति बड़ों की तुलना में अत्यन्य दयनीय है। इस विषय पर सरकारों को गम्भीरतापूर्वक विचार करने की आवश्यकता है। ऐसे समाचार पत्रों के मालिक आर्थिक तंगी के
जौनपुर में पूर्व निदेशक प्रो. राम मोहन पाठक का स्वागत करते
आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के लोग। छाया—तेजस टूडे
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शिकार होते हैं। उक्त बातें काशी विद्यापीठ वाराणसी के महामना मालवीय पत्रकारिता संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. राम मोहन पाठक ने आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के मुख्य कार्यालय पर उपस्थित पत्रकारों के बीच कही। इसके पहले इजा के पदाधिकारियों ने प्रो. पाठक का माल्यार्पण कर स्वागत किया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. प्रमोद वाचस्पति ने श्री पाठक को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर डा. अनिल दूबे आजाद, डा. आरपी विश्वकर्मा, डा. त्रिभुवन नाथ, धर्मेन्द्र सेठ, राम समुझ यादव, डा. अंगद राही सहित तमाम पत्रकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिलाध्यक्ष आद्या प्रसाद सिंह ने किया।
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