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Sunday 19 June 2016

विश्व बन्धुत्व का पाठशाला है सत्संग

जौनपुर (सं.) 19 जून। सत्संग ही एक ऐसा आध्यात्मिक स्कूल है जहां गुर सिख को प्यार, नम्रता, सहनशीलता व विश्व बन्धुत्व का पाठ पढ़ाया जाता है। जो संत इन सभी को अपने कर्म में ढाल लेता है, वही सुखों को प्राप्त करना है। सत्संग से ही जीवन में निखार आता है। उक्त उद्गार गौराबादशाहपुर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन के प्रांगण में उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुये दिल्ली से आये केन्द्रीय प्रचारक संत अब्दुल गफ्फार खान ने व्यक्त किया। मंच का संचालन स्थानीय मीडिया प्रभारी उदय नारायण जायसवाल ने किया। इस अवसर पर सतवीर दीवाना, बहन निशा, लालमनि, हवलदार, रिंकू, पिण्टू, राजेश के अलावा तमाम सम्बन्धित लोग उपस्थित रहे।

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