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Saturday 9 July 2016

...नहीं हुआ सरकी लूटकाण्ड का पर्दाफाश

जौनपुर। जनपद आजमगढ़ के एक स्वयं सहायता समूह कर्मचारी से गत दिवस असलहे के बल पर हुई 60 हजार रूपये की लूट के 6 दिन बीतने के बाद भी सरकी पुलिस चौकी और केराकत कोतवाली पुलिस लूट की घटना का खुलासा करने में असफल दिखायी रही है। हालांकि पुलिसिया अंदाज में लूटेरों को पकड़ने का खेल जारी है। बताते चलें कि गत दिवस केराकत कोतवाली से महज 8 किमी उत्तर में केराकत-देवगांव मार्ग से लगे सरकी-अमिहित गांव के मध्य सरकी पुलिस चौकी के नाक के नीचे दो मोटरसाइकिल पर सवार 4 बदमाशों ने आजमगढ़ के लालगंज के एक स्वयं सहायता समूह के कर्मचारी से अलसहे के बल पर 60 हजार रूपया लूट लिया। ज्ञात हो कि उक्त समूह कर्मी क्षेत्र के डेडुवाना, भौरोभानपुर, डेडुवाना हरिजन बस्ती, छितौना सहित 5 समूहों से मीटिंग में एकत्रित 60 हजार रूपये लेकर मोटरसाइकिल पर सवार होकर वापस आजमगढ़ के लालगंज जा रहा था कि रास्ते में लूट का शिकार हो गया। घटना की सूचना पर जहां केराकत पुलिस क्राइम ब्रांच के अलावा गौराबादशाहपुर, चंदवक, जलालपुर की टीम पहुंचकर मौका-ए-वारदात का निरीक्षण कर अपनी सक्रियता का प्रदर्शन किया, वहीं घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी लूट का खुलासा करने में पुलिस नाकाम दिख रही है। चर्चाओं की मानें तो कोतवालविहिन विगत कई माह से चल रही केराकत कोतवाली में अपनी ढपली व अपनी राग का साम्राज्य चल रहा है। कुल मिलाकर सांप के चले जाने के बाद लकीर पीटने की कहावत को चरितार्थ कर रही है पुलिस।

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