जौनपुर (सं.) 22 जुलाई। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विरेन्द्र सिंह ने बताया कि बरसात का मौसम शुरू होते ही पशुओं में बीमारी शुरू हो जाती है जिसमें से गलाघोटू एवं लगड़िया प्रमुख है, इसीलिये पशुपालन विभाग द्वारा अभियान चलाकर पशुओं में टीकाकरण कराया जा रहा है। गलाघोटू में पशु को तेज बुखार आता है और पशु जुगाली करना बन्द कर देता है। लार बहने लगती है। गले में सूजन आ जाती है और घरघराहट की आवाज आने लगती है। पशु की जीभ में भी सूजन आ जाने से चारा पानी खाना छोड़ देता है। अगर समय पर इलाज न हुआ तो पशु की मृत्यु भी हो जाती है। इस रोग की रोकथाम हेतु विभाग द्वारा टीकाकरण का कार्य जून माह से ही किया जा रहा है। अब तक 398 गांव में 131023 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है और जिन गांवों में अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है, वहॉशीघ्र ही कराया जायेगा। उन्होंने पुशपालकों से अपील किया कि वे टीकाकरण टीम के पहुंचने पर अपना पूर्ण सहयोग दें, ताकि समय से समस्त पशुओं का टीकाकरण किया जा सके। पशुओं की नस्ल सुधार कार्यक्रम के अन्तर्गत पशुपालन विभाग उच्च गुणवत्ता वाले नस्ल के वीर्य से पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान किया जा रहा है। वर्ष 2016-17 में अब तक कुल 59213 पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान किया जा चुका है। इस वर्ष कुल 270435 पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान करने का लक्ष्य है।
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