जौनपुर। स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद ही खतरनाक है यह मौसम। यदि छोटी सावधानियों पर ध्यान न दिया जाय तो बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक किसी न किसी बीमारी की चपेट में आकर लम्बे समय तक अस्वस्थ हो सकते हैं। बदल रहे इस मौसम में जितना सम्भव हो सके, स्वयं को तेज धूप से बचाते हुये फ्रीज में रखे किसी भी
तरह के भोज्य अथवा पेय पदार्थों का बिल्कुल सेवन न करें। उक्त बातें योग प्रशिक्षक अचल हरिमूर्ति सह प्रान्त प्रभारी पतंजलि योग समिति उत्तर प्रदेश ने कही। उन्होंने कहा कि कुछ विशेष तौर के आम व जामुन में बहुत ही जबरदस्त कीड़े पड़ चुके हैं। यदि सावधानी से इनका सेवन नहीं किया गया तो लम्बे समय तक गम्भीर रूप से बीमार हो सकते हैैं। कूलर के पानी को निरन्तर बदलते हुये मच्छरों से बचने के लिये मच्छरदानी का नियमित उपयोग करें। आंखों में जलन, बेचैनी, मिचली का अनुभव होते हुये उल्टी व दस्त का होना इस मौसम में होने वाले बीमारियों के मुख्य लक्षण है। मानसिक व शारीरिक रूप से स्वयं को आराम देते हुये मध्यम गति के साथ लम्बी दूरी तक टहलना, प्राणायामों का अधिकतम अभ्यास व गुरूच अथवा गिलोय के काढ़े का नियमित सेवन इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बचने व बचाने के सर्वोत्तम उपाय हैं।
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