महावीर के दर्शन को उमड़ी भक्तों की भीड़
रामचरित मानस पाठ के बाद हुआ भण्डारे का आयोजन
सिकरारा, जौनपुर। संकट कटे मिटे सब पीरा,जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। अजोशी स्थित पावन महावीर धाम पर महावीर के दरबार में अपना संकट काटने, मनौती पूर्ण करने के लिए श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। प्रचण्ड धूप में भी हनुमत भक्तों की लम्बी कतार देर शाम तक लगी रही है। जय हनुमत जय राम कृपाला, जय
शिव शंकर दीन दयाला व घण्टा घड़ियाल की गूंज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। मंदिर प्रशासन की माने तो लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालुओं ने धाम में पहुंचकर मत्था टेका। भक्तों को प्रसाद वितरण के साथ भण्डारा कराया गया। दिन में लगभग 9 बजे ज्यों ही मन्दिर के प्रधान पुजारी अरविन्द मिश्र व जिले के अन्य विद्वान ब्राह्मणों द्वारा महाबीर के आरती की घोषणा की गयी तो सभी भक्त हाथ जोड़कर अपने स्थान से ही जयकारा लगाने लगे। घण्टा घड़ियाल, शंखनाद व जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। धाम के सेवक बेलगहन गांव निवासी पंडित गोरखनाथ मिश्र ने बताया कि भोर में चार बजे ही मंदिर का कपाट खोल दिया गया। जिससे दूर-दराज से आने वाले भक्तों को समस्या न हो। धाम पर जगह-जगह भक्त हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुन्दर काण्ड का पाठ करते देखे गए। दर्शन-पूजन करने के बाद भक्त मंदिर की परिक्रमा कर जगह-जगह कराही चढ़ा रहे थे। पाण्डेपुर गांव निवासी उमेश तिवारी अपनी पत्नी वन्दना तिवारी व पुत्री साम्भवी व श्रीश तिवारी ने प्रसाद वितरण की सारी व्यवस्था कर रखी थी। मुख्यद्वार से निकलने वाले भक्तों को प्रसाद वितरित कर रही थी। धाम के पुजारी फौजदार शुक्ल, सहयोगी संजय सिंह व देवीसेवक जायसवाल के साथ समरनाथ यादव, सरोज व अन्य ग्रामीण भण्डारा व अन्य व्यवस्था में लगे रहे। सुरक्षा की दृष्टि से थानाध्यक्ष किशोर कुमार चौबे मड़ियाहूं फोर्स के साथ लगातार चक्रमण करते रहे। भण्डारे में स्वामीनाथ पाण्डेय, राजेश्वर प्रसाद पाण्डेय, रामपाल पाण्डेय आदि का सक्रिय योगदान रहा।
रामचरित मानस पाठ के बाद हुआ भण्डारे का आयोजन
सिकरारा, जौनपुर। संकट कटे मिटे सब पीरा,जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। अजोशी स्थित पावन महावीर धाम पर महावीर के दरबार में अपना संकट काटने, मनौती पूर्ण करने के लिए श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। प्रचण्ड धूप में भी हनुमत भक्तों की लम्बी कतार देर शाम तक लगी रही है। जय हनुमत जय राम कृपाला, जय
शिव शंकर दीन दयाला व घण्टा घड़ियाल की गूंज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। मंदिर प्रशासन की माने तो लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालुओं ने धाम में पहुंचकर मत्था टेका। भक्तों को प्रसाद वितरण के साथ भण्डारा कराया गया। दिन में लगभग 9 बजे ज्यों ही मन्दिर के प्रधान पुजारी अरविन्द मिश्र व जिले के अन्य विद्वान ब्राह्मणों द्वारा महाबीर के आरती की घोषणा की गयी तो सभी भक्त हाथ जोड़कर अपने स्थान से ही जयकारा लगाने लगे। घण्टा घड़ियाल, शंखनाद व जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। धाम के सेवक बेलगहन गांव निवासी पंडित गोरखनाथ मिश्र ने बताया कि भोर में चार बजे ही मंदिर का कपाट खोल दिया गया। जिससे दूर-दराज से आने वाले भक्तों को समस्या न हो। धाम पर जगह-जगह भक्त हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुन्दर काण्ड का पाठ करते देखे गए। दर्शन-पूजन करने के बाद भक्त मंदिर की परिक्रमा कर जगह-जगह कराही चढ़ा रहे थे। पाण्डेपुर गांव निवासी उमेश तिवारी अपनी पत्नी वन्दना तिवारी व पुत्री साम्भवी व श्रीश तिवारी ने प्रसाद वितरण की सारी व्यवस्था कर रखी थी। मुख्यद्वार से निकलने वाले भक्तों को प्रसाद वितरित कर रही थी। धाम के पुजारी फौजदार शुक्ल, सहयोगी संजय सिंह व देवीसेवक जायसवाल के साथ समरनाथ यादव, सरोज व अन्य ग्रामीण भण्डारा व अन्य व्यवस्था में लगे रहे। सुरक्षा की दृष्टि से थानाध्यक्ष किशोर कुमार चौबे मड़ियाहूं फोर्स के साथ लगातार चक्रमण करते रहे। भण्डारे में स्वामीनाथ पाण्डेय, राजेश्वर प्रसाद पाण्डेय, रामपाल पाण्डेय आदि का सक्रिय योगदान रहा।
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